धरने के रंग में राजस्थान के कोविड स्वास्थ्य सहायक, 17 फरवरी को बाईस गोदाम जयपुर में महापड़ाव

 धरने के रंग में राजस्थान के कोविड स्वास्थ्य सहायक, 17 फरवरी को बाईस गोदाम जयपुर में महापड़ाव

प्रदर्शन
राजस्थान के कोविड स्वास्थ्य सहायक, 17 फरवरी को बाईस गोदाम जयपुर में महापड़ाव



कोविड स्वास्थ्य सहायको ने बनाया मन सरकार को जगाने का जायज मानगो के साथ होंगा धरना प्रदर्शन

सरल भाषा में जानते है कौन है CHA ( कोविड स्वास्थ्य सहायक ), क्या क्या कार्य करते है और क्या इन्हें अपनी जायज मानगो के साथ धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है.

कोविड स्वास्थ्य सहायक वे है जो देशहित में इस आशा के साथ हजारो रूपये की गैर सरकारी स्वास्थ्यकर्मी की नौकरीया छोड़ कर सरकार और आम जनता के स्वास्थ्य हितो रक्षा के लिए वैश्विक महामारी के दौरान अपनी बहतरीन सेवाए दे रहे है.

कोविड स्वास्थ्य सहायक क्या कार्य करते है, कहने को तो कोविड स्वास्थ्य सहायक भी इन्शान है, फिर भी ये लोग किसी भगवान से कम नही है इन्हें इन्होने कोविद में भरपूर मरीजो की मदद की, स्वास्थ्य शिक्षा दी, मरीजो को घर घर जाकर आवश्यक दवाईयां दी, लोगो का दुख दर्द समझा, मरीज की बीमारियों के लिए उचित मार्गदर्शन किया, कोविद महामारी को रोकने के लिए टीकाकरण किया. घर, सड़क, विधालयो, खेतो, पहाड़ो पर जाकर टीकाकरण किया. डेंगू , मलेरिया और टाइफ़ाइड जैसी बीमारियों के दौर में सर्वे किये, सेम्पल लिए. पानी के टेंकरों ने टेमिफोस डाले, बात यही तक नही रुकती सडको की नालियों और जहा भी गंधा पानी भरा रहता वहा पर एमिलो भी डालने का कार्य कोविद स्वास्थ्य सहायक कार्यकर है, कोविद स्वास्थ्य सहायको ने घर घर जाकर हाईरिस्क मरीजो की पहचान कर गैर संचारी रोगों का सर्वे किया और कोविद के दौरान उनका मानिटरिंग किया और स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध करवाई. 
   कोविड स्वास्थ्य सहायको ने हॉस्पिटल, विधालयो और अन्य जगहों पर कोविद सेम्पल कलेक्शन का भी बहतरीन ढंग से कार्य किया जो इस वैश्विक महामारी के दौरान सरानिय है. कोविद स्वास्थ्य सहयको ने सरकारी कार्यक्रम जैसे प्रशासन शहरों और गाँवो के संग अभियान के अपनी स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध करवाई. स्वास्थ्य सहायको ने निरोगी राजस्थान अभियान के तहत चिरंजीवी स्वास्थ्य कैम्पों में सक्रीय भागीदारी के साथ लोगो को स्वास्थ्यलाभ उपलब्ध करवाया और चिरंजीवी योजना के लिए प्रेरित किये. 
ये लोग अपने कार्यक्षेत्र में हॉस्पिटल के वार्ड में भी अपनी सेवाए दे रहे है, अस्पताल में NCD का कार्य भी स्वास्थ्य सहायक कर रहे है. इमरजेंसी और इंजेक्शन रूम में भी अपनी सेवाए दे रहे है, कोविद टीकाकरण के दौरान जो व्यक्ति वैक्सीन की द्वितीय डोज लेने का रीमाइन्दर कॉल भी कोविद स्वास्थ्य सहायको के द्वारा किये जाते है. कही क्षेत्रो में रूटीन टीकाकरण के लिए भी कोविद स्वास्थ्य सहायक करते है. 
प्रधानमंत्री मातृत्व दिवस यानी 9 तारिक को हॉस्पिटल में टिकाकरण, ममता कार्ड, हाई रिस्क रिकॉर्ड आदि कार्य भी कोविद स्वास्थ्य सहायको द्वारा आज भी किये जा रहे है. समय समय पर आयोजित नसबंदी के शिविरों मे भी स्वास्थ्य सहायक अपनी सेवा दे रहे है. डीडीसी का कार्य भी कोविद सहयक कर रहे है. कोविद के दौरान ऑन कॉल ड्यूटी भी कोविद स्वास्थ्य सहायक कर रहे है. बात यही तक ख़त्म नही होती कोविद स्वास्थ्य सहायको से सरकारी योजनाओ का प्रचार और स्वास्थ्य-लाभ के लिए विभिन्न गतिविधियों ने भी भाग लिया जा रहा है. जनता में कोविद स्वास्थ्य सहायको के कार्य को लेकर एक नई सोच है, स्वास्थ्य महकमे में कोविद स्वास्थ्य सहायको की मदद के बिना कोविद टीकाकरण अभियान सफल नही हो पता. 

कोविड स्वास्थ्य सहायक की जायज मांगे 

हर व्यक्ति की तरह ही कोविद स्वास्थ्य सहयक अपने भविष्य के लिए लड़ रहे है. टीम निराले रंग के विशेषण से ये लगता है की सरकार कोविद स्वास्थ्य सहायको से काम करवाने में कोई कसर नही छोड़ रहे. वर्तमान में कोविद स्वास्थ्य सहायको का मनोदय मात्र सात हजार नौ सौ रूपये है. वर्त्तमान परिस्थितियों को देखते हुए ये बेहद कम है. सरकार से कोविद स्वास्थ्य सहायको का मनोदय अभी तक पूरा भुक्तान नही किया. इससे कोविद स्वास्थ्य सहायको को आर्थिक समस्या का सामान करना पड़ रहा है. 

जायज मांगे
* CHA को जल्द से जल्द परमानेंट करे :-  CHA को सरकार परमानेंट करे तो सरकार लगभग CHA की सभी मांगे स्वत ही पूरी हो जाती है.
* CHA को NHM में शामिल करे :- सरकार CHA से सभी स्वास्थ्य सेवाओ ने काम करवा रही है, लेकिन वेतन पंचायत या शहरी निकायों से दे रही है, इस लिए CHA चाहते है की उनको NHM में शामिल कर के NHM से वेतन करे.
*CHA को सविधा कैंडल में शामिल करे:- राज्य सरकार द्वारा CHA को सविधा के तौर पर लिया गया है, लेकिन इन्हें सविधा कैंडल में शामिल नही किया गया.
*सम्मानजनक वेतन की मांग :- कोविद स्वास्थ्य सहायको को सम्मानजनक वेतन नही मिल रहा है, इससे इन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. वेतन 7900 से  बढ़कर 26500 करे या नियमित कर नर्सिंग ग्रेड-2 का वेतन देवे.
*कोविड स्वास्थ्य सहायक का नाम बदल कर नर्स ग्रेड-2 किया जावे :- कोविद में बहतरीन कार्य के बाद भी GNM और B.SC नर्सिंग किये हुए कार्मिको का पद नाम नर्सिंग प्रोफेशन के अनुसार नर्स ग्रेड-2 किया जावे. 
*डेड लाइन समाप्त की जावे :- कार्य अवधि के लिए दी जाने वाली डेड लाईन को समाप्त किया जावे.

17 फरवरी को बाईस गोदाम जयपुर में महापड़ाव

कशिश कच्छावा की अगवाई में आगामी 17 फरवरी को 22 गोदाम जयपुर में राजस्थान के सभी कोविद स्वास्थ्य सहायको की कूच. सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने और अपनी मांगो को सरकार के सामने रखने का महाइन्तिहान देने जा रहे है.  कशिश कच्छावा  ने विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से कोविद स्वास्थ्य सहायको को अपनी एकता का परिचय देने के लिए 17 फरवरी को जयपुर आने का आहन किया है.

आपको बता दे की इससे पहले भी कोविद स्वास्थ्य सहायको ने अपनी मानगो के लिए पोस्ट कार्ड अभियान, ब्लैक रिबन अभियान जैसे कार्यो से मिडिया और सरकार के सामने अपनी मांगे रखा चुके है. लोकल लेवल पर भी विधायको, सांसदों, एसडीएम और कलेक्टर आदि के सामने अपनी मांगे रख चुके है.

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